India-US Trade Deal: जल्द मिल सकती है बड़ी आर्थिक साझेदारी की मुहर

यूएस कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड लुटनिक ने
हाल ही में संकेत दिया है कि भारत और अमेरिका के बीच एक व्यापक व्यापार समझौता निकट भविष्य में संभव है। उन्होंने कहा कि दोनों देश टैरिफ (Tariffs) और बाजार पहुंच (Market Access) से संबंधित प्रमुख मुद्दों को सुलझाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
India-US Trade Deal:
🇮🇳🤝🇺🇸 व्यापार वार्ता का वर्तमान परिदृश्य
लुटनिक ने बताया कि अमेरिका और भारत एक व्यापक (Macro) व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं, जो केवल उत्पाद-विशेष (Product-by-Product) नहीं बल्कि समग्र होगा।
भारत ने कुछ अमेरिकी कृषि उत्पादों पर टैरिफ में कटौती की पेशकश की है, जैसे कि बादाम, क्रैनबेरी, बॉर्बन व्हिस्की और मसूर। हालांकि, चावल और डेयरी जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में अभी भी उच्च टैरिफ बनाए रखने की योजना है।
अमेरिका चाहता है कि भारत रक्षा उपकरणों की खरीद में रूस पर निर्भरता कम करे और अमेरिकी उत्पादों की ओर रुख करे।
📅 आगामी कदम:
दोनों देशों ने 2025 के पतझड़ (Fall 2025) तक एक प्रारंभिक समझौते को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा है।
5-6 जून को अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की नई दिल्ली यात्रा निर्धारित है, जिससे वार्ता में तेजी आने की उम्मीद है।
🔍 निष्कर्ष:
यह संभावित व्यापार समझौता दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। हालांकि, कृषि और रक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण रहेगा। यदि यह समझौता सफल होता है, तो यह $500 बिलियन के द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
FAQ –
Question 1. What is the tariff from India to the USA?
- Answer – These reinstated duties include a baseline 10 percent tariff on imports from all countries, as well as additional country-specific tariffs, such as the 26 percent duty imposed on Indian goods
Question 2. What is the charge for export from India to USA?
- Answer – The calculation of export duties in India is primarily based on the product’s value (ad valorem) or quantity (specific duty). For instance, a product valued at ₹10,000 with an ad valorem duty of 10% would incur an export duty of ₹1,000
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