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AI vs Creativity: क्या वाकई यह कलाकारों का दोस्त है?

AI vs Creativity: क्या वाकई यह कलाकारों का दोस्त है?

कल्पना कीजिए,

आप एक घरेलू महिला हैं जो अपने सोसाइटी में सबसे बेहतरीन Hummus बनाती हैं। हर फंक्शन में आपको Order दिया जाता है, लोग तारीफों के पुल बांधते हैं, और आपकी Recipe इतनी परफेक्ट है कि आप बिना Quality खोए Scale कर सकती हैं।

 

लेकिन फिर रुकावट आती है –

न तो आपको Logo Design करना आता है, न ही Instagram Post बनाना, न Tagline लिखना, और न ही Online Orders मैनेज करना।

 

🤖 यहीं आता है AI – आपका नया Superpower!

AI की मदद से अब आप:

खुद का Logo डिज़ाइन कर सकती हैं

शानदार Taglines और Ads बना सकती हैं

Press Releases और Blog Posts लिख सकती हैं

अपनी वेबसाइट का SEO (Search Engine Optimization) सुधार सकती हैं

और यहां तक कि अपनी खुद की Mobile App भी बना सकती हैं

अब आप सिर्फ एक Gig Worker नहीं, बल्कि एक Brand बन सकती हैं!

 

लेकिन सच्चाई इतनी आसान नहीं…

AI से जुड़ी कई Legal, Ethical, और Environmental समस्याएं सामने आ रही हैं।

 

Plagiarism का मुद्दा

Studio Ghibli Style Image Generator पर आरोप लगा कि यह हाथ से बनाई गई कला का Violation है।

 

Pirated Content

Meta ने अपने LLM (Large Language Model) को Pirated eBooks से ट्रेन किया।

 

Creative Rights

लेखक Samit Basu कहते हैं

 

Energy Consumption

GPT-3 को ट्रेन करने में उतनी बिजली लगी जितनी एक American Household 120 साल में खर्च करता है।

 

AI से मदद भी मिल रही है…

लेकिन True Creativity, Human Emotion, और Raw Writing अभी भी इंसानों के पास ही है।

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