Site icon khabar Sphere

Perplexity AI का $34.5 Billion का ऑफर Google को हिला सकता है?

Perplexity AI का $34.5 Billion का ऑफर Google को हिला सकता है?

AI Generated image:

Chrome अब AI Startup के हाथ में जाएगा?

Aravind Srinivas के नेतृत्व वाली Perplexity AI ने Alphabet के लोकप्रिय ब्राउज़र Chrome को खरीदने के लिए $34.5 बिलियन का अनचाहा, पूरी तरह नकद ऑफर पेश किया है, जबकि कंपनी का वर्तमान मूल्य केवल $14 बिलियन है।

Perplexity ने इतना बड़ा ऑफर क्यों दिया?

ये कदम उस समय आया है जब Alphabet पर अमेरिकी नियामक दबाव बढ़ा रहे हैं। अमेरिका की एजेंसियां Google पर एंटीट्रस्ट (विपणन में मनमानी) के आरोपों के चलते Chrome को अलग करने की संभावित मांग कर रही हैं।

Economic Times के अनुसार, अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के जज Amit Mehta जल्द ही Google के खिलाफ एंटीट्रस्ट केस में फैसला सुनाने वाले हैं। अगर फैसला Google के खिलाफ गया, तो टेक दिग्गज को अपने Chrome ब्राउज़र को बेचने के लिए मजबूर किया जा सकता है। अमेरिकी न्याय विभाग ने इस मामले में Chrome के डिवेस्टिचर (बेचने) की सिफारिश भी की है।

The New York Times के अनुसार, Perplexity के CEO Aravind Srinivas ने Alphabet के CEO Sundar Pichai को पत्र लिखा और कहा कि यह ऑफर “एंटीट्रस्ट रेमेडी को सबसे उच्च सार्वजनिक हित में पूरा करने के लिए तैयार किया गया है, जिससे Chrome एक सक्षम, स्वतंत्र ऑपरेटर के पास जाए जो इसके संचालन, खुलापन और उपभोक्ता सुरक्षा पर ध्यान दे।”

Also Read: Sam Altman का नया दांव: Musk को टक्कर देने आ रहा Merge Labs, $850M का गेम-चेंजर!


AI Generated image:

Perplexity AI का $34.5 Billion का ऑफर: Perplexity का लक्ष्य और रणनीति

Perplexity ने पहले जनवरी में TikTok US के साथ मर्ज करने का भी ऑफर दिया था, जब अमेरिका को इस लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप की चीनी मालिकाना हक पर चिंता थी।

Chrome खरीदने से AI स्टार्टअप को ब्राउज़र के 3 बिलियन से ज्यादा उपयोगकर्ताओं तक पहुंच मिलेगी, जिससे इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सर्च की रेस में बढ़त मिल सकती है।

Perplexity कैसे करेगा फंडिंग?

तीन साल पुरानी AI स्टार्टअप Perplexity ने अब तक लगभग $1 बिलियन फंडिंग जुटाई है, जिसमें Nvidia और जापान की SoftBank भी शामिल हैं। कंपनी की आखिरी वैल्यूएशन $14 बिलियन थी। Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, कई फंड्स ने इस डील को पूरी तरह फाइनेंस करने की पेशकश की है, हालांकि उनका नाम उजागर नहीं किया गया।

Also Read: OpenAI IOI 2025 Gold: सिर्फ 5 इंसान रह गए आगे, बाकी सब हार गए

Perplexity का AI ब्राउज़र Comet कुछ काम उपयोगकर्ता की ओर से कर सकता है, और Chrome खरीदने से इसे OpenAI जैसे बड़े प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ मुकाबला करने में मदद मिलेगी। OpenAI ने भी पहले Chrome खरीदने में रुचि दिखाई थी, जब वह अपना AI ब्राउज़र विकसित कर रहा था।

Perplexity के ऑफर में यह भी वादा किया गया है कि Chrome का मूल कोड Chromium खुला रहेगा, ब्राउज़र के डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा, और अगले दो साल में $3 बिलियन का निवेश किया जाएगा।

 

-:Letest Post:-

1. Meta के गुप्त AI नियम लीक! ऐसे-ऐसे चैट की इजाजत देखकर चौंक जाएंगे

 

-:FAQ:-

Q1: Chrome Buyout 2025 क्या है?

Q2: Perplexity AI ने ऐसा क्यों किया?

Q3: क्या Chrome का मालिकाना बदल जाएगा?

Q4: AI ब्राउज़र मार्केट पर क्या असर होगा?

Q5: Perplexity AI Chrome के कोड के साथ क्या करेगा?

Exit mobile version