Google की नई चाल: Layoff नहीं, अब Voluntary Exit से होगी टीम में कटौती!

Tech Giant Google ने,
अपने कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकालने (Layoff) के बजाय अब एक Voluntary Buyout Program की पेशकश की है।
इसका मतलब है कि जिन कर्मचारियों को कंपनी की मौजूदा ज़रूरतों से मेल नहीं खाया जा रहा है, उन्हें स्वेच्छा से नौकरी छोड़ने का विकल्प दिया जा रहा है — और वह भी Financial Package के साथ।
Google की नई चाल:
यह किस लिए किया जा रहा है?
Google पिछले कुछ समय से Cost Cutting और Team Restructuring की प्रक्रिया में है।
यह कदम उसी प्रक्रिया का हिस्सा है, ताकि:
- कंपनी अनावश्यक विभागों को हल्का कर सके
- Business Goals के अनुसार टीमों को Reorganize किया जा सके
- और बिना ज़ोर जबरदस्ती के, कर्मचारी खुद Exit Plan को अपनाएं
कितने कर्मचारी प्रभावित होंगे?
हालांकि, Google ने किसी संख्या का खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह कई विभागों को प्रभावित करेगा, जैसे:
- Human Resources
- Ad Sales
- Finance & Operations
- और कुछ Cloud Services Teams
Voluntary Buyout क्या होता है?
Voluntary Buyout एक ऐसा विकल्प होता है जिसमें कंपनी किसी कर्मचारी को खुद से नौकरी छोड़ने के लिए प्रेरित करती है — बदले में उसे एक लाभदायक पैकेज दिया जाता है, जैसे:
- 💰 Severance Pay
- 🏥 Extended Health Benefits
- Notice Period के अतिरिक्त Compensation
यह तरीका एक तरह से “Soft Layoff” कहा जा सकता है — जहाँ इज़्ज़त भी बनी रहती है और विवाद भी नहीं होते।
क्यों कर रही हैं बड़ी कंपनियाँ ऐसा?
यह केवल Google तक सीमित नहीं है। पिछले एक साल में कई Big Tech Companies जैसे Amazon, Meta, और Microsoft ने भी इसी तरह के Voluntary Exit Strategies अपनाई हैं। कारण:
- बदलती Market Demand
- एआई और ऑटोमेशन के चलते बदलते Skill Requirements
- और Global Slowdown का असर
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