Site icon khabar Sphere

GST for Foreign Firms India: कागज़ी कार्यवाही ने बढ़ाई विदेशियों की परेशानी?

GST for Foreign Firms India: कागज़ी कार्यवाही ने बढ़ाई विदेशियों की परेशानी?

AI Generated image:

1 जुलाई 2025 को,

Goods and Services Tax (GST) ने भारत में 8 साल पूरे किए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “transformative reform” बताया जो Ease of Doing Business को आसान बनाता है और छोटे व्यापारियों को empower करता है।

लेकिन क्या GST वाकई में विदेशी कंपनियों के लिए भी उतना ही सुगम और व्यावहारिक है?

 

Flexport CEO का बड़ा बयान:

अमेरिका स्थित Flexport के CEO Ryan Petersen ने सोशल मीडिया पर खुलकर कहा कि:

उनका यह बयान सीधे उस ground reality को उजागर करता है जिससे कई विदेशी कंपनियां जूझ रही हैं। यही कारण है कि आज “GST for foreign firms India” एक महत्वपूर्ण बहस का विषय बन गया है।

 

GST for Foreign Firms India: विदेशी कंपनियों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है?

 

सरकार का पक्ष क्या है?

सरकार का दावा है कि:

 

समाधान क्या हो सकते हैं?

 

निष्कर्ष:

GST ने भारतीय व्यापार व्यवस्था को एक नई दिशा दी है, लेकिन अगर India को वैश्विक व्यापार का hub बनाना है, तो “GST for foreign firms India” जैसे मुद्दों पर deep reform की ज़रूरत है।

Ease of Doing Business का सपना तभी पूरा होगा जब paperwork की जगह performance को महत्व मिलेगा।

 

-:FAQ:-

Q1: क्या भारत में विदेशी कंपनियों के लिए GST प्रक्रिया जटिल है?

Q2: क्या विदेशी कंपनियां भारत में बिना local partner के GST ले सकती हैं?

Q3: क्या भारत में foreign businesses के लिए GST filing monthly होती है?

 

-:Letest Post:-

1. BRICS finance minister meeting Rio 2025: भारत की आर्थिक रणनीति और Global South की नई आवाज़

Khabar Sphere

Exit mobile version