Meta vs OpenAI: 3 टॉप इंजीनियर, $100M की अफवाह और AI की सबसे बड़ी जंग!

AI की दुनिया में,
हर दिन कुछ न कुछ बड़ा होता है, लेकिन जब OpenAI और Meta जैसी दिग्गज कंपनियाँ आमने-सामने आ जाएँ — तो खबर सिर्फ़ बड़ी नहीं, ब्रेकिंग बन जाती है।
हाल ही में AI स्पेस में सबसे बड़ी हलचल तब हुई जब OpenAI के तीन सीनियर इंजीनियर्स — Lucas Beyer, Alexander Kolesnikov, और Xiaohua Zhai — ने कंपनी छोड़ने का फ़ैसला लिया। ये वही इंजीनियर्स हैं जिन्होंने पिछले साल OpenAI का Zurich ऑफिस शुरू किया था।
पर कहानी में एक twist भी है…
Meta vs OpenAI: $100 Million Signing Bonus? सिर्फ़ अफ़वाह!
OpenAI के CEO Sam Altman ने हाल ही में अपने भाई Jack Altman के पॉडकास्ट ‘Uncapped’ में दावा किया कि Meta ने उनके टॉप इंजीनियर्स को “$100 मिलियन साइनिंग बोनस” ऑफर किया है। उन्होंने कहा:
- “They started making these giant offers—$100 million signing bonuses, more than that comp per year…”
लेकिन कुछ ही दिनों बाद खुद Lucas Beyer ने X (Twitter) पर इस दावे को खारिज कर दिया। Beyer ने कहा:
- “Yes, we will be joining Meta. No, we did not get 100M sign-on, that’s fake news.”
एक यूजर ने कमेंट में लिखा कि Altman ने शायद ये $100M का आंकड़ा इसलिए कहा ताकि दूसरे ऑफर लेने वाले इंजीनियर्स को लगे कि उन्हें कम मिल रहा है।
Meta vs OpenAI: Beyer ने जवाब में लिखा,
- “Yes, it was a brilliant move, gotta give him that.”
Meta की Superintelligence टीम की तैयारी:
Meta यानी Mark Zuckerberg इस समय AI की दुनिया में बड़ा गेम खेल रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, Meta एक 50-मेंबर वाली Superintelligence टीम बना रही है, जो AGI यानी Artificial General Intelligence के मिशन पर है।
Zuckerberg ने हाल ही में 28 वर्षीय Alexandr Wang, CEO of Scale AI को भी इस मिशन में शामिल किया है। Meta ने Scale AI में 49% हिस्सेदारी के लिए $14.3 बिलियन इन्वेस्ट किए हैं।
Meta का मकसद अब सिर्फ़ language model तक सीमित नहीं है — वो AGI की रेस में सबसे आगे निकलना चाहते हैं।
Meta vs OpenAI — AI की सबसे बड़ी जंग?
OpenAI ने पहले इन तीनों इंजीनियर्स को Google DeepMind से हायर किया था। अब वही इंजीनियर्स Meta के लिए काम करेंगे। ऐसे में सवाल उठता है — क्या OpenAI अब अपनी टॉप टैलेंट को रोकने में असफल हो रहा है?
Altman की रणनीति और बयानबाज़ी एक PR move हो सकती है, लेकिन सच्चाई ये है कि Meta धीरे-धीरे AI वर्ल्ड में एक नई ताकत बनकर उभर रहा है।
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