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SixSense AI Tech: 1 Second में Chip की Quality का पूरा X-Ray! कैसे कर रहा है ये जादू?

SixSense AI Tech: 1 Second में Chip की Quality का पूरा X-Ray! कैसे कर रहा है ये जादू?

AI Generated image:

Chip बनाने वाली कंपनियों की किस्मत बदलेगा ये AI!

सिंगापुर की Deep Tech स्टार्टअप SixSense ने मचाया धमाल, 8.5 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई अब तक कंपनी का कुल निवेश पहुंचा $12 मिलियन!

सिंगापुर-बेस्ड Deep Tech स्टार्टअप SixSense ने एक ऐसा AI-पावर्ड प्लेटफॉर्म तैयार किया है, जो सेमीकंडक्टर कंपनियों को रीयल-टाइम में चिप डिफेक्ट्स पकड़ने और प्रेडिक्ट करने में मदद करता है।

कंपनी ने हाल ही में Series A राउंड में $8.5 मिलियन जुटाए, जिससे अब तक का कुल फंडिंग आंकड़ा $12 मिलियन तक पहुंच गया है। यह फंडिंग Peak XV’s Surge (पहले Sequoia India & SEA) के नेतृत्व में हुई, जिसमें Alpha Intelligence Capital, FEBE समेत अन्य निवेशकों ने भी हिस्सा लिया।

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SixSense AI Tech: दो भारतीय महिला इंजीनियर्स की जोड़ी ने शुरू की थी ये क्रांति

इनका लक्ष्य था सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव लाना जहां पर लाखों डाटा पॉइंट्स (जैसे कि डिफेक्ट इमेज और मशीन सिग्नल) तो होते हैं, लेकिन रीयल-टाइम इंटेलिजेंस की भारी कमी होती है।

अकांक्षा को मैन्युफैक्चरिंग और क्वालिटी कंट्रोल में गहरी समझ है। उन्होंने Hyundai Motors और GE जैसी कंपनियों के लिए ऑटोमेशन सॉल्यूशंस बनाए हैं।

वहीं अवनि ने Visa जैसी कंपनी में बड़े पैमाने पर डाटा एनालिटिक्स सिस्टम्स डिजाइन किए थे, जिनमें से कुछ को ट्रेड सीक्रेट भी घोषित किया गया था।

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SixSense AI Tech: सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में चौंकाने वाली हकीकत

अवनि बताती हैं कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को भले ही परफेक्शन के लिए जाना जाता है, लेकिन इंस्पेक्शन प्रोसेस अभी भी बहुत मैनुअल और बिखरा हुआ है।

उन्होंने बताया कि आज की फेब्स (फैक्ट्रियां) में भले ही डैशबोर्ड्स, चार्ट्स और इंलाइन इंस्पेक्शन सिस्टम्स हों, लेकिन वे सिर्फ डाटा दिखाते हैं कोई रीयल एक्शन या एनालिसिस नहीं होता।

“डिसीजन लेने की जिम्मेदारी आज भी इंजीनियर्स पर होती है,” अवनि ने कहा। “उन्हें खुद पैटर्न पकड़ने होते हैं, एनॉमली ट्रैक करनी होती है और रूट कॉज़ खोजना होता है जो बहुत टाइम लेता है और स्केलेबल नहीं है।”

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SixSense क्या करता है?

SixSense का प्लेटफॉर्म इंजीनियर्स को रीयल-टाइम अलर्ट देता है, जिससे वे समय रहते चिप डिफेक्ट्स को पकड़ सकें और प्रोडक्शन क्वालिटी को बेहतर बना सकें।

सबसे खास बात: 

कौन-कौन है कंपटीशन में?

मौजूदा कंपटीटर्स में शामिल हैं –

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कौन-कौन कर रहा है SixSense का इस्तेमाल?

कंपनी के AI प्लेटफॉर्म को GlobalFoundries और JCET जैसी बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियां इस्तेमाल कर रही हैं। अब तक 100 मिलियन से ज्यादा चिप्स इस सिस्टम के ज़रिए चेक हो चुके हैं।

ग्राहकों ने बताया कि इससे:

  1. प्रोडक्शन साइकल 30% तेज हुआ,
  2. यील्ड में 1-2% सुधार आया,
  3. और मैन्युअल इंस्पेक्शन में 90% की कमी आई।

ग्लोबल प्लान और Geo-Politics का फायदा

SixSense के ग्राहक ज्यादातर बड़े चिपमेकर्स, OSATs और IDMs हैं। कंपनी अभी सिंगापुर, मलेशिया, ताइवान, इज़राइल में फैब्स के साथ काम कर रही है और अब अमेरिका में विस्तार की तैयारी में है। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती तनातनी से दुनिया भर में नए फैब्स खुल रहे हैं मलेशिया, वियतनाम, भारत, अमेरिका जैसे देशों में भारी निवेश हो रहा है।

अवनि कहती हैं, “हम पहले से ही इस रीजन में मौजूद हैं। जो फैब्स अभी बन रही हैं, वे नई सोच के साथ चल रही हैं और यहीं हमें एडवांटेज है।”

 

-:FAQ:-

Q1. Semiconductor manufacturing में AI का use कैसे होता है?

Q2. Chip production में AI-based defect detection क्यों जरूरी है?

Q3. SixSense AI platform कैसे काम करता है?

 

-:Letest Post:-

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