₹135 करोड़ का घाटा फिर भी 1,000 स्टोर्स का प्लान – Starbucks भारत को जीतने निकला!
भारत में premium coffee culture धीरे-धीरे एक lifestyle बनता जा रहा है,
इस क्रांति की अगुवाई कर रही है Tata Starbucks, जो अमेरिका की सबसे बड़ी कॉफी चेन Starbucks और भारत के टाटा समूह के Tata Consumer Products के बीच 50:50 की Joint Venture (JV) है।
हाल ही में कंपनी ने अपने FY25 (Financial Year 2025) के नतीजे जारी किए, जो काफी दिलचस्प हैं। एक तरफ कंपनी ने ₹135.7 करोड़ का घाटा दर्ज किया, वहीं दूसरी ओर उसकी revenue में 5% की बढ़ोतरी हुई, जो ₹1,277 करोड़ तक पहुंच गई। आइए इस पोस्ट में समझते हैं कि आखिर घाटा होने के बावजूद कंपनी का expansion प्लान क्यों मजबूत है, और क्यों Tata Starbucks भारत में एक बड़ी रणनीति के तहत आगे बढ़ रही है।
₹135 करोड़ का घाटा फिर भी 1,000 स्टोर्स का प्लान:
FY25 में बढ़ा घाटा, पर क्यों?
Tata Starbucks ने FY25 में ₹135.7 करोड़ का Net Loss दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 65% ज़्यादा है। पहली नज़र में यह आंकड़ा निराशाजनक लग सकता है, लेकिन जब आप अंदरूनी रणनीति को देखेंगे, तो मामला बिल्कुल अलग नजर आता है।
Group CFO PB Balaji ने साफ़ किया कि यह घाटा heavy expansion investment की वजह से है, ना कि बिज़नेस के कमजोर प्रदर्शन की वजह से। उन्होंने कहा:
- “हमारे individual outlets profitable हैं और existing stores की same-store margins स्थिर बनी हुई हैं। घाटा केवल विस्तार के कारण हुआ है।”
FY25 में कितना हुआ विस्तार?
कंपनी ने FY25 में 58 नए आउटलेट्स (stores) खोले, जिससे अब देशभर में कुल 479 stores हो गए हैं। ये आउटलेट्स 80 से ज्यादा शहरों में मौजूद हैं।
FY25 Highlights:
- New Stores Added: 58
- Total Stores: 479
- Cities Covered: 80
- Revenue: ₹1,277 करोड़
- Target (FY28): 1,000 Stores
इससे साफ़ है कि कंपनी Tier-2 और Tier-3 cities में भी अपनी मौजूदगी मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।
FY28 तक 1,000 आउटलेट्स खोलने का लक्ष्य:
Tata Starbucks ने FY28 (Financial Year 2028) तक 1,000 आउटलेट्स खोलने का लक्ष्य रखा है। यह न सिर्फ़ ambitious है, बल्कि भारत के बदलते उपभोक्ता व्यवहार को भी दर्शाता है। अब लोग सिर्फ़ चाय की नहीं, बल्कि premium coffee और café culture की भी तलाश कर रहे हैं।
इसमें कोई शक नहीं कि Starbucks एक aspirational brand बन चुका है, और Tata के साथ मिलकर यह भारतीय ग्राहकों को एक खास अनुभव दे रहा है।
क्या कहता है मार्केट डेटा?
भारत का organized café market लगातार बढ़ रहा है। खासतौर पर millennials, working professionals, और urban youth premium experiences को चुन रहे हैं। Tata Starbucks इसी बढ़ते सेगमेंट को टारगेट कर रही है।
कंपनी का मानना है कि:
- अभी घाटा जरूरी है, ताकि भविष्य में बड़ा लाभ हो।
- Presence बढ़ाना ही long-term brand value बनाएगा।
- Strategic losses, smart positioning को दर्शाते हैं।
चुनौतियाँ क्या हैं?
High Real Estate Cost: प्रीमियम लोकेशन्स पर स्टोर खोलना महंगा होता है।
Price Sensitivity: भारत में काफी लोग कीमतों के मामले में संवेदनशील हैं।
Local Competition: CCD, Blue Tokai जैसे ब्रांड भी मजबूत हो रहे हैं।
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