Zepto का काला सच: सड़ा सामान, गंदगी और कर्मचारियों का शोषण!
भारत के तेजी से बढ़ते quick commerce startup Zepto पर,
एक बड़ा सवालिया निशान लग गया है। एक पूर्व Pune-based Zepto कर्मचारी ने Reddit पर एक वायरल पोस्ट में dark store के अंदर चल रही गंदगी और अस्वस्थ कार्य-स्थितियों (unsanitary working conditions) का खुलासा किया है।
Zepto का काला सच:
क्या हैं आरोप?
Expired Products: कर्मचारी ने दावा किया कि Greek yogurt की expired consignment को जानबूझकर ग्राहकों तक पहुंचाने का आदेश store manager द्वारा दिया गया।
Rotting Fruits & Vegetables: फल और सब्जियां सड़ी-गली हालत में आती थीं, फिर भी कर्मचारियों को उन्हें pack और deliver करने के लिए मजबूर किया जाता था।
Flooded Store: मानसून में store में पानी भर गया, लेकिन कर्मचारियों को 9 घंटे से अधिक बिना protective gear और medical support के काम करना पड़ा।
No Hygiene Standards: कर्मचारियों ने बताया कि protective gloves, sanitizers या clean-up kits की कोई सुविधा नहीं थी।
सरकार की प्रतिक्रिया:
इस खुलासे से कुछ ही दिन पहले, Maharashtra FDA (Food and Drug Administration) ने Zepto के Dharavi dark store का license सस्पेंड कर दिया था क्योंकि वहां fungal growth और गंदगी पाई गई थी।
क्यों है ये मामला गंभीर?
Zepto जैसी कंपनियाँ भारत में instant grocery delivery का चेहरा बन चुकी हैं। अगर ऐसे मामलों की पुष्टि होती है, तो यह customer safety, food standards, और worker rights — तीनों पर गहरा असर डाल सकता है।
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