Israel-Iran तनाव का असर: हर कंटेनर पर बढ़े 40% तक खर्च!

Israel और Iran के बीच बढ़ते तनाव का असर,
अब भारत के export sector पर भी दिखने लगा है। कई भारतीय निर्यातक (exporters) अब Red Sea shipping route को avoid कर रहे हैं, जिससे shipping cost में 30-40% की बढ़ोतरी हो गई है।
Israel-Iran तनाव का असर:
क्यों Red Sea Route छोड़ रहे हैं व्यापारी?
Red Sea में बढ़ते खतरे, जहाज़ों पर हमले और geopolitical तनाव के चलते कंपनियां अब इस रास्ते को unsafe मान रही हैं।
अब जहाज़ जा रहे हैं Cape of Good Hope के चारों ओर
ये रास्ता करीब 20 दिन ज्यादा लेता है
नतीजा: Delivery delays, fuel charges, और insurance cost तीनों में बढ़ोतरी
Israel-Iran तनाव का असर से कौन से सेक्टर हो रहे हैं प्रभावित?
- Engineering Goods
- Textiles & Garments
- Chemicals & Dyes
- Leather Products
- Auto Components
इन सेक्टरों में समय पर माल पहुंचाना मुश्किल हो रहा है, और international buyers भी payment में delay कर रहे हैं।
कितना बढ़ गया है खर्च?
- Average Freight Cost: +30-40%
- Insurance Premiums: High-risk zone में होने के कारण दोगुने तक
- Fuel Charges: लंबा रास्ता होने से जहाज़ों को ज्यादा डीज़ल लग रहा है
SMEs (छोटे व्यापारी) को मिल रही है सबसे बड़ी चोट
इंडस्ट्री क्या कह रही है?
- “अगर ये स्थिति लंबी चली, तो भारत का export competitiveness कमजोर पड़ सकता है”
“छोटे निर्यातकों को time penalty और payment delay का सामना करना पड़ रहा है”
क्या होगा Israel-Iran तनाव का असर India की Economy पर?
- Export earnings घट सकती हैं
- MSME sector पर दबाव बढ़ेगा
- Global buyers alternate suppliers की ओर रुख कर सकते हैं (Vietnam, Bangladesh)
- Logistic sector को नई रणनीति बनानी होगी
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