Maruti Suzuki की EV रणनीति को झटका – e-Vitara का प्रोडक्शन घटा 2/3!

भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी,
Maruti Suzuki को अपनी पहली Electric Vehicle (e-Vitara) के प्रोडक्शन में बड़ा बदलाव करना पड़ा है। कंपनी ने पहली छमाही (April – September) के लिए अपने प्रोडक्शन टारगेट में दो-तिहाई की कटौती की है। इसका कारण है Rare Earth Materials की भारी किल्लत, जो सीधे तौर पर China के Export Restrictions से जुड़ी है।
Maruti Suzuki की EV रणनीति को झटका,
EV इंडस्ट्री पर Rare Earth Crisis का असर
Rare Earth Elements, खासकर Magnets और इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं। China द्वारा Export Curbs लगाने के कारण पूरी दुनिया की Auto Industry इस समय सप्लाई चेन संकट से जूझ रही है।
जहाँ अमेरिका, जापान और यूरोप की कुछ कंपनियों को Beijing से Licenses मिलने लगे हैं, वहीं भारत अब भी इंतज़ार कर रहा है, जिससे प्रोडक्शन को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
Maruti ने बदली प्रोडक्शन स्ट्रैटेजी:
Maruti Suzuki का प्लान था कि वह April से September 2025 तक कुल 26,500 e-Vitara SUVs बनाएगी। लेकिन अब कंपनी ने यह आंकड़ा घटाकर सिर्फ 8,200 यूनिट्स कर दिया है।
यह परिवर्तन Plan A से Plan B में शिफ्ट का हिस्सा है।
Plan A में:
- H1 (Apr–Sep): 26,512 यूनिट्स
- H2 (Oct–Mar): 40,437 यूनिट्स
Revised Plan B:
- H1 (Apr–Sep): 8,221 यूनिट्स
- H2 (Oct–Mar): 58,728 यूनिट्स (यानी रोज़ाना 440 EVs का टारगेट!)
कंपनी की रणनीति है कि दूसरी छमाही में प्रोडक्शन रफ्तार पकड़कर पूरे साल का टारगेट 67,000 यूनिट्स पूरा किया जाए।
e-Vitara: EV बाज़ार में Maruti की पहली एंट्री
e-Vitara को जनवरी 2025 में India Auto Show में लॉन्च किया गया था। इस गाड़ी से Maruti की EV सेगमेंट में ऑफिशियल एंट्री हुई है, और यह कंपनी की EV स्ट्रैटेजी का अहम हिस्सा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक भारत में 30% कार सेल्स EVs हों। इस समय यह आंकड़ा सिर्फ 2.5% है, लेकिन कंपनियों की इस दिशा में तेज़ी से हो रही गतिविधियाँ इस लक्ष्य को हकीकत में बदल सकती हैं।
Exports भी प्रभावित होंगे:
e-Vitara की बड़ी खेप को यूरोप और जापान जैसे देशों में एक्सपोर्ट करने की योजना है। Suzuki Motors (Maruti की पैरेंट कंपनी) भारत को एक Global EV Hub के तौर पर देखती है, लेकिन सप्लाई चेन की दिक्कतें इस सपने को थोड़ा धीमा कर सकती हैं।
Investors और Market Reaction:
इस खबर के आने के बाद Maruti के शेयर भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में 1.4% तक गिर गए। वहीं कंपनी ने कहा है कि अभी तक इस क्राइसिस से लॉन्च टाइमलाइन पर कोई “Material Impact” नहीं पड़ा है, लेकिन बाजार की धारणा इससे थोड़ी हिली ज़रूर है।
FAQ –
Question – भारत में नंबर वन मारुति डीलर कौन है?
- Answer – कटारिया ऑटोमोबाइल्स – भारत का नंबर 1 ऑटोमोबाइल डीलर
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