The Dark Side of Social Media: Rising Cyber Scams in India”
क्या इंटरनेट जितना ताकतवर है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है?
भारत में डिजिटल क्रांति ने जहां एक तरफ लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग, डिजिटल पेमेंट और सोशल मीडिया से जोड़ा, वहीं दूसरी तरफ साइबर फ्रॉड और ऑनलाइन ठगी के मामले भी तेज़ी से बढ़े हैं।
हाल ही में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया जिसमें एक महिला को फेसबुक फ्रेंड के जरिए झांसा देकर 10 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया।
वादा किया गया था कि उन्हें महंगे गिफ्ट्स भेजे जा रहे हैं — लेकिन बदले में भारी टैक्स और कस्टम ड्यूटी के नाम पर मोटी रकम ऐंठ ली गई।
💻 फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम बना रहे हैं अपराधियों का रास्ता आसान:
ऑनलाइन फ्रॉड का ट्रेंड बदला है। अब सिर्फ OTP चुराकर पैसे उड़ाना पुराना तरीका है। ठग अब सोशल मीडिया पर आपकी भावनाओं और विश्वास से खेलते हैं।
नकली प्रोफाइल बनाकर दोस्ती करते हैं
विदेश से गिफ्ट भेजने का लालच देते हैं
कस्टम ड्यूटी या अन्य चार्जेस के नाम पर पैसे ठगते हैं
और चौंकाने वाली बात ये है कि कई बार पीड़ितों को इस फ्रॉड का अहसास महीनों बाद होता है।
📉 क्यों बढ़ रहे हैं ये मामले?
डिजिटल साक्षरता की कमी – लोग अभी भी इंटरनेट के खतरों को गंभीरता से नहीं लेते।
भावनात्मक दोहन – अकेलेपन और विश्वास की तलाश में लोग जल्दी जाल में फंस जाते हैं।
लचर साइबर कानूनों की जागरूकता की कमी – बहुत से लोग नहीं जानते कि ऐसे मामलों में FIR कैसे दर्ज कराई जाए।
🔒 कैसे बचें ऑनलाइन धोखाधड़ी से?
✅ सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचें
✅ अगर कोई “गिफ्ट” भेजने की बात करे, तो सतर्क हो जाएं
✅ किसी से भी पैसे मांगने पर तुरंत शक करें
✅ अपनी पर्सनल जानकारी किसी के साथ शेयर न करें
✅ साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करें
🎯 निष्कर्ष:
डिजिटल इंडिया की इस दौड़ में कदम-कदम पर सावधानी जरूरी है। इंटरनेट एक ताकतवर हथियार है — लेकिन सही इस्तेमाल न किया जाए तो ये हमारी सबसे बड़ी कमजोरी बन सकता है।
सोशल मीडिया पर दोस्ती से पहले सोचें – कहीं वो ‘गिफ्ट’ धोखा तो नहीं?